13 फिर आसा अपने राज के 41वें साल में मर गया।+ 14 उसे दाविदपुर+ में एक शानदार कब्र में दफनाया गया, जो उसने खुद के लिए बनवायी थी। उसकी लाश जिस अर्थी पर रखी गयी थी, उसे बलसाँ के तेल और अलग-अलग मसालों और सुगंधित तेलों से बनाए मिश्रण से भरा गया था।+ इसके अलावा, उसके सम्मान में एक बड़ी आग जलायी गयी थी।