12 उन्होंने अपना दिल हीरे* जैसा सख्त कर लिया।+ उन्होंने सेनाओं के परमेश्वर यहोवा की उन बातों और आज्ञाओं* को नहीं माना, जिन्हें सुनाने के लिए उसने पहले के भविष्यवक्ताओं को पवित्र शक्ति दी थी।+ इसलिए सेनाओं के परमेश्वर यहोवा का क्रोध उन पर भड़क उठा।”+
5 मगर तू ढीठ हो चुका है और तेरा दिल पश्चाताप करने को तैयार नहीं। इस तरह तू परमेश्वर के क्रोध के उस दिन के लिए क्रोध जमा कर रहा है, जब वह अपने नेक स्तरों के मुताबिक न्याय करेगा।+