13 फिर हाजिरा ने यहोवा का नाम पुकारा, जो उससे बात कर रहा था और कहा, “तू ऐसा परमेश्वर है जो सबकुछ देखता है,”*+ क्योंकि उसने कहा, “यहाँ मैंने सचमुच उसे देखा है जिसकी नज़र मुझ पर है।”
9 यहोवा की आँखें सारी धरती पर इसलिए फिरती रहती हैं+ कि वह उन लोगों की खातिर अपनी ताकत दिखाए* जिनका दिल उस पर पूरी तरह लगा रहता है।+ तूने इस मामले में मूर्खता का काम किया है इसलिए अब से तू लड़ाइयों में उलझा रहेगा।”+
19 तू शानदार मकसद ठहराता है* और शक्तिशाली काम करता है।+ तेरी आँखें इंसानों के सभी तौर-तरीके ध्यान से देखती हैं+ ताकि हरेक को उसके कामों और चालचलन के मुताबिक फल दे।+