वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • उत्पत्ति 18:14
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 14 क्या यहोवा के लिए कुछ भी नामुमकिन है?+ मैं अगले साल इसी समय तेरे पास फिर आऊँगा और सारा के एक बेटा होगा।”

  • भजन 135:6
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  6 आकाश में, धरती पर, समुंदर और उसकी सारी गहराइयों में,

      यहोवा जो भी चाहता है वह करता है।+

  • यशायाह 43:13
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 13 मैं हमेशा से वैसा ही हूँ।+

      ऐसा कोई नहीं जो मेरे हाथ से कुछ छीनकर ले जा सके।+

      जब मैं कुछ करता हूँ तो उसे कौन रोक सकता है?”+

  • यशायाह 55:10, 11
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 10 जैसे आसमान से बारिश और बर्फ गिरती है और यूँ ही नहीं लौट जाती,

      बल्कि धरती को सींचती है और फसल उपजाती है,

      जिससे बोनेवाले को बीज और खानेवाले को रोटी मिलती है,

      11 वैसे ही मेरे मुँह से निकला वचन भी होगा।+

      वह बिना पूरा हुए मेरे पास नहीं लौटेगा,+

      बल्कि हर हाल में मेरी मरज़ी पूरी करेगा+

      और जिस काम के लिए मैंने उसे भेजा है उसे ज़रूर अंजाम देगा।

  • यिर्मयाह 32:17
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 17 “हे सारे जहान के मालिक यहोवा, देख! तूने अपना हाथ बढ़ाकर अपनी महाशक्‍ति से आकाश और धरती को बनाया।+ तेरे लिए कोई भी काम नामुमकिन नहीं।

  • मरकुस 10:27
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 27 यीशु ने सीधे उनकी तरफ देखकर कहा, “इंसानों के लिए यह नामुमकिन है मगर परमेश्‍वर के लिए नहीं, क्योंकि परमेश्‍वर के लिए सबकुछ मुमकिन है।”+

  • लूका 18:27
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 27 उसने कहा, “जो काम इंसानों के लिए नामुमकिन हैं, वे परमेश्‍वर के लिए मुमकिन हैं।”+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें