23 मगर मैं अपने शरीर में दूसरे कानून को काम करता हुआ पाता हूँ, जो मेरे सोच-विचार पर राज करनेवाले कानून से लड़ता है+ और मुझे पाप के उस कानून का गुलाम बना लेता है+ जो मेरे शरीर में है। 24 मैं कैसा लाचार इंसान हूँ! मुझे इस शरीर से, जो मर रहा है, कौन छुड़ाएगा?