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यशायाह 30:27पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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उसके होंठ क्रोध से भरे हुए हैं,
उसकी ज़बान भस्म करनेवाली आग है।+
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उसके होंठ क्रोध से भरे हुए हैं,
उसकी ज़बान भस्म करनेवाली आग है।+