भजन 55:17 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 17 शाम, सुबह, दोपहर, हर वक्त मैं चिंता में डूबा कराहता रहता हूँ*+और परमेश्वर मेरी सुनता है।+