8 तू मेरे सेवक दाविद से कहना, ‘सेनाओं का परमेश्वर यहोवा कहता है, “मैं तुझे चरागाहों से ले आया था जहाँ तू भेड़ों की देखभाल करता था+ और तुझे अपनी प्रजा इसराएल का अगुवा बनाया।+
16 ‘जिस दिन मैं अपनी प्रजा इसराएल को मिस्र से निकाल लाया था, उस दिन से लेकर अब तक मैंने इसराएल के किसी भी गोत्र के इलाके में कोई शहर नहीं चुना कि वहाँ मेरे नाम की महिमा के लिए कोई भवन बनाया जाए।+ मगर मैंने दाविद को अपनी प्रजा इसराएल पर राज करने के लिए चुना है।’
32 वह महान होगा+ और परम-प्रधान का बेटा कहलाएगा+ और यहोवा* परमेश्वर उसके पुरखे दाविद की राजगद्दी उसे देगा।+33 वह राजा बनकर याकूब के घराने पर हमेशा तक राज करेगा और उसके राज का कभी अंत नहीं होगा।”+