20 “यहोवा कहता है, ‘मैंने दिन और रात के बारे में जो करार किया है उसे अगर तुम तोड़ सको ताकि दिन और रात अपने-अपने समय पर न हों,+ 21 तो ही अपने सेवक दाविद से किया मेरा करार टूट सकेगा+ ताकि उसकी राजगद्दी पर बैठने के लिए उसका कोई बेटा न रहे+ और उन लेवी याजकों से किया करार भी टूट सकेगा जो मेरे सेवक हैं।+