9 मगर तुम “एक चुनी हुई जाति, शाही याजकों का दल और एक पवित्र राष्ट्र हो+ और परमेश्वर की खास जागीर बनने के लिए चुने गए लोग हो+ ताकि तुम सारी दुनिया में उसके महान गुणों* का ऐलान करो”+ जिसने तुम्हें अंधकार से निकालकर अपनी शानदार रौशनी में बुलाया है।+
6 फिर मैंने एक और स्वर्गदूत को देखा जो आकाश के बीचों-बीच* उड़ रहा था और उसके पास सदा तक कायम रहनेवाली खुशखबरी थी ताकि वह इसे धरती पर रहनेवालों को यानी हर राष्ट्र, गोत्र, भाषा* और जाति के लोगों को सुनाए।+