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  • 1 इतिहास 9:33
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 33 ये गायक थे जो लेवियों के पिताओं के घरानों के मुखिया थे। वे भवन के खानों* में रहते थे और उन्हें दूसरे कामों से छूट दी जाती थी, क्योंकि उन्हें जो काम सौंपा गया था उसमें दिन-रात लगे रहना उनकी ज़िम्मेदारी थी।

  • 1 इतिहास 23:27
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 27 दाविद की आखिरी हिदायतों के मुताबिक उन लेवियों की गिनती ली गयी थी जिनकी उम्र 20 साल या उससे ज़्यादा थी।

  • 1 इतिहास 23:30
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 30 उन्हें हर सुबह और हर शाम खड़े होकर+ यहोवा का धन्यवाद करना था और उसकी तारीफ करनी थी।+

  • लूका 2:37
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 37 फिर वह विधवा हो गयी और अब उसकी उम्र 84 साल थी। वह मंदिर जाना कभी नहीं छोड़ती थी और उपवास और मिन्‍नतें करती हुई रात-दिन पवित्र सेवा में लगी रहती थी।

  • प्रकाशितवाक्य 7:15
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 15 इसी वजह से ये परमेश्‍वर की राजगद्दी के सामने हैं और ये दिन-रात उसके मंदिर में उसकी पवित्र सेवा करते हैं। और राजगद्दी पर बैठा+ परमेश्‍वर इन पर अपना तंबू तानेगा।+

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