11 हे यहोवा, महानता,+ ताकत,+ सौंदर्य, वैभव और प्रताप* तेरा ही है+ क्योंकि आकाश और धरती पर जो कुछ है, सब तेरा है।+ हे यहोवा, राज तेरा है।+ तू ऐसा परमेश्वर है जिसने खुद को सबसे ऊँचा किया है, तू परम-प्रधान है।
17 “सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा,* तू जो था और जो है,+ हम तेरा शुक्रिया अदा करते हैं क्योंकि तूने अपनी महाशक्ति से राजा के तौर पर राज करना शुरू कर दिया है।+