17 ‘इसराएल की रौशनी’+ आग बन जाएगी,+
पवित्र परमेश्वर आग की लपटों की तरह धधक उठेगा,
एक ही दिन में उसके जंगली पौधे और कँटीली झाड़ियाँ भस्म हो जाएँगी।
18 परमेश्वर उसके जंगल और फलों के बाग की शान मिट्टी में मिला देगा,
वह हाल कर देगा मानो किसी रोगी का शरीर घुलता जा रहा हो।+