35 फिर उसी रात यहोवा का स्वर्गदूत अश्शूरियों की छावनी में गया और उनके 1,85,000 सैनिकों को मार डाला।+ जब लोग सुबह तड़के उठे तो उन्होंने देखा कि चारों तरफ लाशें बिछी हैं।+
22 मेरे परमेश्वर ने अपने स्वर्गदूत को भेजकर शेरों का मुँह बंद कर दिया+ और उन्होंने मुझे कुछ नहीं किया।+ ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं परमेश्वर के सामने बेगुनाह हूँ और हे राजा, मैंने तेरा भी कुछ बुरा नहीं किया।”
11 तब पतरस को एहसास हुआ कि असल में क्या हुआ है। उसने कहा, “अब मैं जान गया हूँ कि यहोवा* ने एक स्वर्गदूत भेजकर मुझे हेरोदेस के हाथ से बचाया है और मेरे साथ वे बुरी घटनाएँ नहीं होने दीं जिनकी यहूदी उम्मीद कर रहे थे।”+