1शुरूआत में वचन था+ और वचन परमेश्वर के साथ था+ और वचन एक ईश्वर* था।+2 यही शुरूआत में परमेश्वर के साथ था। 3 सारी चीज़ें उसी के ज़रिए वजूद में आयीं+ और एक भी चीज़ ऐसी नहीं जो उसके बिना वजूद में आयी हो।
14 वचन इंसान बना+ और हमारे बीच रहा और हमने उसका तेज देखा, ऐसा तेज जैसा एक पिता के इकलौते बेटे+ का होता है और वह परमेश्वर की कृपा* और सच्चाई से भरपूर था।