41 इसके बाद से एसाव अपने मन में याकूब के लिए नफरत पालने लगा, क्योंकि याकूब ने पिता से आशीर्वाद ले लिया था।+ एसाव खुद से कहता था, “बस कुछ ही समय की बात है, मेरे पिता की मौत हो जाएगी,*+ फिर मैं अपने भाई याकूब को जान से मार डालूँगा।”
22 जहाँ तक अबशालोम की बात है, उसने अम्नोन से भला-बुरा कुछ नहीं कहा। वह मन-ही-मन अम्नोन से नफरत करने लगा+ क्योंकि उसने उसकी बहन तामार को कलंकित किया था।+