8 यह गीत सुनकर शाऊल को बहुत बुरा लगा और उसे बहुत गुस्सा आया।+ उसने मन में कहा, “वे कहती हैं, दाविद ने लाखों को मारा है और मैंने सिर्फ हज़ारों को। अब राजपाट के सिवा उसे और क्या मिलना बाकी है!”+ 9 उस दिन से शाऊल हर वक्त दाविद को शक की निगाह से देखने लगा।