10 तो नाबाल ने उनसे कहा, “दाविद कौन है? यिशै का बेटा कौन है? आजकल जिस सेवक को देखो अपने मालिक से भागता फिरता है।+ 11 मैंने यह रोटी-पानी और गोश्त का इंतज़ाम ऊन कतरनेवाले अपने सेवकों के लिए किया है। क्या मैं यह सब उठाकर ऐसे लोगों को दे दूँ जो पता नहीं कहाँ से चले आते हैं?”