यशायाह 45:20 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 20 हे राष्ट्रों से आज़ाद हुए लोगो, आओ। इकट्ठे होकर आओ।+ जो तराशी हुई मूरत लिए फिरते हैं, वे कुछ नहीं जानते,वे ऐसे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं जो उन्हें नहीं बचा सकता।+
20 हे राष्ट्रों से आज़ाद हुए लोगो, आओ। इकट्ठे होकर आओ।+ जो तराशी हुई मूरत लिए फिरते हैं, वे कुछ नहीं जानते,वे ऐसे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं जो उन्हें नहीं बचा सकता।+