35 मैं अपने नाम की खातिर और अपने सेवक दाविद की खातिर+
इस शहर की रक्षा करूँगा,+ इसे बचाऊँगा।’”+
36 फिर यहोवा का एक स्वर्गदूत अश्शूरियों की छावनी में गया और उनके 1,85,000 सैनिकों को मार डाला। जब लोग सुबह तड़के उठे तो उन्होंने देखा कि चारों तरफ लाशें बिछी हैं।+