18 “उन दिनों यहूदा का घराना और इसराएल का घराना साथ-साथ चलेंगे+ और वे मिलकर उत्तर के देश से उस देश में आएँगे जो मैंने तुम्हारे पुरखों को विरासत में दिया था।+
16 “इंसान के बेटे, एक छड़ी ले और उस पर यह लिख, ‘यहूदा के लिए और इसराएल के लोगों के लिए जो उसके साथ* हैं।’+ फिर एक और छड़ी ले और उस पर यह लिख, ‘एप्रैम की छड़ी, यूसुफ के लिए और इसराएल के पूरे घराने के लिए जो उसके साथ* है।’+
19 तो तू उनसे कहना, ‘सारे जहान का मालिक यहोवा कहता है, “मैं एप्रैम के हाथ से यूसुफ की छड़ी लूँगा और इसराएल के सभी गोत्रों को लूँगा जो यूसुफ के साथ हैं और उन्हें यहूदा की छड़ी से जोड़ दूँगा और दोनों को एक ही छड़ी बनाऊँगा+ और वे मेरे हाथ में एक छड़ी बन जाएँगे।”’
11 और यहूदा के लोगों और इसराएल के लोगों को इकट्ठा करके एक किया जाएगा+ और वे अपने लिए एक मुखिया चुनेंगे और देश से बाहर निकल जाएँगे, क्योंकि वह दिन यिजरेल के लिए एक खास दिन होगा।”+