36 इसलिए मेरा दिल एक बाँसुरी की तरह मोआब के लिए रोएगा,+
मेरा दिल एक बाँसुरी की तरह कीर-हेरेस के लोगों के लिए रोएगा।
क्योंकि उनकी पैदा की हुई दौलत नाश हो जाएगी।
37 हर किसी का सिर मुँड़ा हुआ है,+
दाढ़ी कटी हुई है।
हर किसी का हाथ चिरा हुआ है+
और उनकी कमर पर टाट बँधा हुआ है!’”+