32 इसलिए यहोवा अश्शूर के राजा के बारे में कहता है,+
“वह इस शहर में नहीं आएगा,+
न यहाँ एक भी तीर चलाएगा,
न ढाल लेकर हमला करेगा,
न ही घेराबंदी की ढलान खड़ी करेगा।+
33 वह जिस रास्ते आया है उसी रास्ते लौट जाएगा,
वह इस शहर में नहीं आएगा।” यह यहोवा का ऐलान है।
34 “मैं अपने नाम की खातिर+ और अपने सेवक दाविद की खातिर+
इस शहर की रक्षा करूँगा, इसे बचाऊँगा।”’”+