15 तब एस्तेर ने मोर्दकै को यह संदेश भेजा: 16 “जा और जाकर शूशन में जितने भी यहूदी हैं उन सबको इकट्ठा कर और मेरे लिए उपवास कर।+ तीन दिन और तीन रात कोई कुछ न खाए-पीए।+ मैं भी अपनी सेविकाओं के साथ उपवास करूँगी। और बिन बुलाए राजा के सामने जाऊँगी, जो कानून के खिलाफ है। और अगर मैं मारी गयी, तो यही सही।”