9 “सेनाओं का परमेश्वर यहोवा कहता है, ‘सच्चाई से न्याय करो,+ एक-दूसरे पर दया करो और अटल प्यार रखो।+10 विधवाओं और अनाथों* को मत ठगो,+ परदेसियों और गरीबों को मत लूटो।+ अपने दिलों में एक-दूसरे के खिलाफ साज़िश मत रचो।’+
27 हमारे परमेश्वर और पिता की नज़र में शुद्ध और निष्कलंक उपासना* यह है: अनाथों और विधवाओं की मुसीबतों में देखभाल की जाए+ और खुद को दुनिया से बेदाग रखा जाए।+