17 सभी इंसान ऐसे काम करते हैं मानो उनमें समझ और ज्ञान नहीं है।
हर धातु-कारीगर अपनी गढ़ी हुई मूरत की वजह से शर्मिंदा किया जाएगा,+
क्योंकि उसकी धातु की मूरत एक झूठ है,
वे मूरतें बेजान हैं।+
18 वे एक धोखा हैं,+ बस इस लायक हैं कि उनकी खिल्ली उड़ायी जाए।
जब उनसे हिसाब लेने का दिन आएगा, तो वे नाश हो जाएँगी।