14 तब अगर मेरे लोग जो मेरे नाम से जाने जाते हैं,+ खुद को नम्र करें+ और प्रार्थना करके मेरी मंज़ूरी पाने की कोशिश करें और अपनी बुरी राहों से फिर जाएँ,+ तो मैं स्वर्ग से उनकी प्रार्थना सुनूँगा और उनके पाप माफ करूँगा और उनके देश को चंगा करूँगा।+
27 ‘जब तूने सुना कि मैं इस जगह और यहाँ रहनेवालों के साथ क्या करनेवाला हूँ, तो इस बात ने तेरे दिल पर गहरा असर किया और तूने खुद को मेरे सामने नम्र किया और तू अपने कपड़े फाड़कर मेरे सामने रोया। इसलिए मैंने तेरी बिनती सुनी है।’+ यहोवा का यह ऐलान है।