यिर्मयाह 14:17 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 17 तू उनसे कहना, ‘मेरी आँखों से दिन-रात आँसुओं की धारा बहती रहे, उसे थमने न दे,+क्योंकि मेरे लोगों की कुँवारी बेटी को पूरी तरह चूर-चूर कर दिया गया है, तोड़ दिया गया है,+उसे गहरे ज़ख्म दिए गए हैं।
17 तू उनसे कहना, ‘मेरी आँखों से दिन-रात आँसुओं की धारा बहती रहे, उसे थमने न दे,+क्योंकि मेरे लोगों की कुँवारी बेटी को पूरी तरह चूर-चूर कर दिया गया है, तोड़ दिया गया है,+उसे गहरे ज़ख्म दिए गए हैं।