11 और यहूदा के लोगों और इसराएल के लोगों को इकट्ठा करके एक किया जाएगा+ और वे अपने लिए एक मुखिया चुनेंगे और देश से बाहर निकल जाएँगे, क्योंकि वह दिन यिजरेल के लिए एक खास दिन होगा।”+
16 इसलिए यहोवा कहता है, ‘“मैं दया करने के लिए यरूशलेम लौटूँगा+ और अपने भवन को दोबारा खड़ा करूँगा।+ यरूशलेम नगरी को खड़ा करने के लिए उसे नापने की डोरी से नापा जाएगा।”+ यह बात सेनाओं के परमेश्वर यहोवा ने कही है।’