6जिस साल राजा उज्जियाह की मौत हुई,+ मैंने एक दर्शन देखा। मैंने यहोवा को एक बहुत ही ऊँची राजगद्दी पर बैठे देखा।+ उसके कपड़े के घेरे से पूरा मंदिर भरा हुआ था।
17 उस समय वे यरूशलेम को यहोवा की राजगद्दी कहेंगे+ और सारे राष्ट्रों को यहोवा के नाम की महिमा करने के लिए यरूशलेम लाया जाएगा।+ वे फिर कभी ढीठ होकर अपने दुष्ट मन की नहीं सुनेंगे।”
26 उनके सिर के ऊपर जो फलक था, उसके ऊपर कुछ था जो नीलम का बना हुआ लग रहा था+ और राजगद्दी जैसा दिख रहा था।+ राजगद्दी पर कोई बैठा था जिसका रूप इंसान जैसा था।+