2 मैंने देखा कि उत्तर के ऊपरी दरवाज़े की तरफ से छ: आदमी चले आ रहे हैं।+ हर आदमी के हाथ में चूर-चूर करनेवाला एक हथियार था। उन छ: आदमियों के बीच एक और आदमी था जो मलमल की पोशाक पहने और कमर पर लिपिक की कलम-दवात बाँधे हुए था। ये सारे आदमी मंदिर में आए और ताँबे की वेदी+ के पास खड़े हो गए।