11 फिर तू अपने लोगों* के पास जा जो बँधुआई में हैं+ और उन्हें मेरा संदेश सुना। चाहे वे तेरी बात सुनें या सुनने से इनकार कर दें, तू उनसे कहना, ‘सारे जहान के मालिक यहोवा का यह संदेश है।’”+
15 गिरवी की चीज़ लौटा दे,+ लूटी हुई चीज़ वापस कर दे+ और गलत काम छोड़कर वह सारी विधियाँ मानने लगे जिन पर चलने से ही इंसान ज़िंदा रहेगा, तो वह बेशक जीता रहेगा।+ वह नहीं मरेगा।