32 वे मारे दुख के तेरे बारे में शोकगीत गाएँगे और यह राग अलापेंगे:
‘सोर की टक्कर का कौन है, जो आज गहरे सागर में खामोश पड़ा है?+
33 तेरा माल समुंदर के रास्ते आया करता था और तू देश-देश के लोगों को खुश करता था।+
तू अपनी अपार दौलत और माल-असबाब से धरती के राजाओं को मालामाल करता था।+