2 “इंसान के बेटे, सोर के अगुवे से कहना, ‘सारे जहान का मालिक यहोवा कहता है,
“तेरा मन घमंड से फूल गया है,+ तू बार-बार कहता है, ‘मैं एक ईश्वर हूँ।
मैं बीच समुंदर में एक ईश्वर के आसन पर बैठा हूँ।’+
मगर तू जो खुद को ईश्वर समझता है,
तू कोई ईश्वर नहीं, मामूली इंसान है।