25 वह परम-प्रधान परमेश्वर के खिलाफ बातें करेगा+ और सबसे महान परमेश्वर के पवित्र जनों को सताता रहेगा। वह समय और कानून को बदलने की कोशिश करेगा और पवित्र जनों को उसके हाथ में एक काल, दो काल और आधे काल* के लिए दे दिया जाएगा।+
27 और आकाश के नीचे के सारे राज्य और राज करने का अधिकार और उनका वैभव सबसे महान परमेश्वर के पवित्र जनों को दे दिया गया।+ उनका राज सदा तक कायम रहनेवाला राज है+ और सारे राज्य उनकी सेवा करेंगे और उनकी आज्ञा मानेंगे।’