6 मैंने दर्शन में आगे देखा कि एक और जानवर निकला जो चीते जैसा था!+ मगर उसकी पीठ पर पक्षियों जैसे चार पंख थे। उस जानवर के चार सिर थे+ और उसे राज करने का अधिकार दिया गया।
8 फिर उस बकरे ने खुद को बहुत ऊँचा उठाया। मगर जैसे ही वह ताकतवर हुआ उसका बड़ा सींग तोड़ दिया गया। फिर उस सींग की जगह ऐसे चार सींग निकल आए जो देखनेलायक थे। ये चार सींग धरती की चार दिशाओं की तरफ बढ़ने लगे।+
22 वह सींग तोड़ दिया गया और उसके बदले चार सींग निकल आए,+ उसका मतलब यह है कि उसके राष्ट्र से चार राज्य उभर आएँगे मगर वे राज्य उस राजा के जितने ताकतवर नहीं होंगे।