19 फिर मैंने चौथे जानवर के बारे में ज़्यादा जानना चाहा, जो बाकी जानवरों से बिलकुल अलग था। वह बहुत ही भयानक था और उसके लोहे के दाँत और ताँबे के पंजे थे। वह सबकुछ खा जाता और चूर-चूर कर देता था और जो कुछ बच जाता उसे पैरों से रौंद डालता था।+
23 जो मुझे दर्शन समझा रहा था उसने मुझसे कहा, ‘चौथा जानवर, चौथे राज को दर्शाता है जो धरती पर आएगा। वह बाकी सभी राज्यों से अलग होगा, वह पूरी धरती को खा जाएगा, उसे पैरों तले रौंद डालेगा और चूर-चूर कर देगा।+