29 अगर तुम वहाँ रहते अपने परमेश्वर यहोवा की खोज करोगे और पूरे दिल और पूरी जान से उसे ढूँढ़ोगे+ तो उसे ज़रूर पाओगे।+ 30 भविष्य में जब तुम पर ये सारी मुसीबतें टूट पड़ेंगी और तुम बड़े संकट में होगे, तब तुम अपने परमेश्वर यहोवा के पास लौट आओगे और उसकी बात मानोगे।+