35 तब भी नहीं जब देश पर उनका राज था और वे उस बड़े और उपजाऊ देश में रह रहे थे, जो तूने उन्हें दिया था और जब वे तेरी अपार भलाई का मज़ा ले रहे थे। उन्होंने तेरी सेवा नहीं की+ बल्कि वे बुरे-से-बुरा काम करते रहे।
4 ‘अपने पुरखों के समान मत बनो, जिन्हें पहले के भविष्यवक्ताओं ने कहा था, “सेनाओं का परमेश्वर यहोवा कहता है, ‘अपनी बुरी राहें और बुरे काम छोड़ दो और मेरे पास लौट आओ!’”’+
यहोवा कहता है, ‘लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी, मुझ पर कोई ध्यान नहीं दिया।’+