11 एप्रैम की शान एक चिड़िया की तरह फुर्र हो जाती है,
न कोई पैदा होता है, न कोई औरत गर्भवती होती है, न ही किसी का गर्भ ठहरता है।+
12 चाहे वे बच्चों को पालें-पोसें,
तो भी मैं उन्हें उनसे छीन लूँगा ताकि एक भी आदमी न बचे,+
हाँ, जब मैं उनसे मुँह फेर लूँगा तो वे बरबाद हो जाएँगे!+