5 हे कसदियों की बेटी,
अँधेरे में जा और चुपचाप बैठी रह,+
क्योंकि अब लोग तुझे रियासतों की मलिका नहीं कहेंगे।+
6 मैं अपने लोगों पर भड़क उठा था,+
मैंने अपनी विरासत को दूषित होने दिया+
और उन्हें तेरे हाथ कर दिया।+
लेकिन तूने उन पर कोई दया नहीं की,+
तूने बुज़ुर्गों पर भी भारी जुआ लाद दिया।+