11 उस दिन कई राष्ट्र मुझ यहोवा के साथ जुड़ जाएँगे+ और मेरे लोग बन जाएँगे और मैं तेरे बीच रहूँगा।” और तू जान लेगी कि सेनाओं के परमेश्वर यहोवा ने मुझे तेरे पास भेजा है।
9 इसके बाद देखो मैंने क्या देखा! सब राष्ट्रों और गोत्रों और जातियों और भाषाओं* में से निकली एक बड़ी भीड़, जिसे कोई आदमी गिन नहीं सकता,+ राजगद्दी के सामने और उस मेम्ने के सामने सफेद चोगे पहने+ और हाथों में खजूर की डालियाँ लिए खड़ी है।+
6 फिर मैंने एक और स्वर्गदूत को देखा जो आकाश के बीचों-बीच* उड़ रहा था और उसके पास सदा तक कायम रहनेवाली खुशखबरी थी ताकि वह इसे धरती पर रहनेवालों को यानी हर राष्ट्र, गोत्र, भाषा* और जाति के लोगों को सुनाए।+