6 फिर उसने मुझसे कहा, “ये वचन पूरे हो चुके हैं! मैं ही अल्फा और ओमेगा* हूँ यानी शुरूआत और अंत मैं ही हूँ।+ जो कोई प्यासा होगा उसे मैं जीवन देनेवाले पानी के सोते से मुफ्त* पानी पिलाऊँगा।+
17 और पवित्र शक्ति और वह दुल्हन+ कहती रहती हैं, “आ!” और सुननेवाला हर कोई कहे, “आ!” और हर कोई जो प्यासा हो वह आए।+ जो कोई चाहे वह जीवन देनेवाला पानी मुफ्त में ले ले।+