14 तो परमेश्वर तुम्हारे देश की ज़मीन के लिए वक्त पर बारिश देगा। पतझड़ और वसंत की बारिश वक्त पर होगी जिससे तुम्हें अनाज, नयी दाख-मदिरा और तेल मिलता रहेगा।+
12 क्योंकि शांति के बीज बोए जाएँगे। अंगूर की बेलें फलेंगी, धरती अपनी उपज देगी+ और आसमान से ओस गिरेगी। मैं बचे हुए लोगों को इन सब चीज़ों का वारिस बना दूँगा।+