11 मगर तुम कहते हो, ‘अगर एक आदमी अपने पिता या अपनी माँ से कहता है, “मेरे पास जो कुछ है जिससे तुझे फायदा हो सकता था वह कुरबान है (यानी परमेश्वर के लिए रखी गयी भेंट है),” तो यह गलत नहीं।’ 12 ऐसा करके तुम उसे अपने पिता या अपनी माँ के लिए कुछ भी नहीं करने देते।+