17 भाइयो, अब मैं तुमसे गुज़ारिश करता हूँ कि जो लोग उस शिक्षा के खिलाफ जो तुमने पायी है, मंडली में फूट डालते हैं और किसी के लिए विश्वास की राह छोड़ देने की वजह* बनते हैं, उन पर नज़र रखो और उनसे दूर रहो।+
11 मगर अब मैं तुम्हें लिख रहा हूँ कि ऐसे किसी भी आदमी के साथ मेल-जोल रखना बंद कर दो,+ जो भाई कहलाते हुए भी नाजायज़ यौन-संबंध* रखता है या लालची है+ या मूर्तिपूजा करता है या गाली-गलौज करता है या पियक्कड़ है+ या दूसरों का धन ऐंठता है।+ ऐसे आदमी के साथ खाना भी मत खाना।