32 क्योंकि यूहन्ना नेकी की राह दिखाता हुआ तुम्हारे पास आया, फिर भी तुमने उस पर यकीन नहीं किया। लेकिन कर-वसूलनेवालों और वेश्याओं ने उस पर यकीन किया।+ और यह सब देखने के बाद भी तुम्हें पछतावा नहीं हुआ और तुमने उस पर यकीन नहीं किया।
30 जो बपतिस्मा यूहन्ना ने दिया,+ वह स्वर्ग की तरफ से था या इंसानों की तरफ से? जवाब दो।”+31 वे एक-दूसरे से कहने लगे, “अगर हम कहें, ‘स्वर्ग की तरफ से,’ तो वह कहेगा, ‘फिर क्यों तुमने उसका यकीन नहीं किया?’
29 (जब सब लोगों ने और कर-वसूलनेवालों ने यह सुना, तो उन्होंने कहा कि परमेश्वर सच्चा है। इन लोगों ने वह बपतिस्मा लिया था जिसका प्रचार यूहन्ना करता था।+30 मगर फरीसी और जो कानून के जानकार थे, उन्होंने वह बपतिस्मा नहीं लिया था। और परमेश्वर ने उनके लिए जो मकसद ठहराया था, उसे ठुकरा दिया।)+