41 लेकिन तभी वहाँ याइर नाम का एक आदमी आया, जो सभा-घर में अगुवाई करनेवाला एक अधिकारी था। वह यीशु के पैरों पर गिरकर उससे बिनती करने लगा कि वह उसके घर चले।+ 42 क्योंकि उसकी इकलौती बेटी जो करीब 12 साल की थी मरने पर थी।
जब यीशु जा रहा था, तो लोगों की भीड़ उसे घेरे हुए साथ-साथ चलने लगी।