42 लेकिन जब दिन हुआ, तो वह वहाँ से निकलकर किसी एकांत जगह की तरफ चला गया।+ मगर लोगों की भीड़ उसे तलाशने लगी और ढूँढ़ते-ढूँढ़ते उसके पास पहुँच गयी और उसे रोकने लगी ताकि वह उनके पास से न जाए।
7 जब मसीह इस धरती पर ज़िंदा था, तो उसने ऊँची आवाज़ में पुकार-पुकारकर और आँसू बहा-बहाकर परमेश्वर से मिन्नतें और बिनतियाँ की थीं+ जो उसे मौत से बचा सकता था। और उसकी सुनी गयी क्योंकि वह परमेश्वर का डर मानता था।