25 अगर तुम मेरे लोगों में से किसी गरीब* को, जो तुम्हारे बीच रहता है, पैसे उधार देते हो तो उसके साथ लेनदारों* जैसा सलूक मत करना, उससे ब्याज की माँग मत करना।+
20 तुम एक परदेसी से ब्याज ले सकते हो,+ मगर अपने भाई से ब्याज की माँग मत करना+ ताकि तुम जिस देश को अपने अधिकार में करनेवाले हो वहाँ तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे हर काम पर आशीष दे।+